वैसे तो विधाता के द्वारा निर्मित सभी दिन शुभ मानें गये हैं पर कुछ तिथि शास्त्रों के अनुसार विशेष मानी गई हैं।
दोष निवारण के लिये जैसे:-
- पित्र दोष के लिए शुक्ल पक्ष का पहला रविवार ।
- कालसर्प दोष के लिए अष्टमी,चौदश,अमावस्या ।
- मंगल दोष के लिये कृष्ण पक्ष का द्वितीय मंगलवार।
- शनि की साढ़े साती या ढैय्या के लिये कृष्ण पक्ष की शनिवार और अमावस्या ।
- चंद्र की शांति के लिये शुक्ल पक्ष की षष्ठी ।
- गुरु की शांति के लिये किसी भी पक्ष की पंचमी तिथि ।
- बुध की शांति के लिये शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि ।
- शुक्र की शांति के लिये तृतीया तिथि ।
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